आज मैं जिन्दा दफ़न हो गया !
कुछ नासमझ लोगों का कफन हो गया !!
जब चाहा ढाई गज फाड़ लिया मुझको !
देखो, बिना हनुमान के लंका दहन हो गया !!
कुछ नासमझ लोगों का कफन हो गया !!
जब चाहा ढाई गज फाड़ लिया मुझको !
देखो, बिना हनुमान के लंका दहन हो गया !!
बहुत बढ़िया!
ReplyDeleteमंगलकामनाएँ!
tiwari ji bahut achook baat likhi hai .sadhuwad
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