SATYAM SHIVAM SUNDRAM
Friday, 26 August 2011
HOSLA
जिंदगी में जब तलक होसले न होंगे
नीतिगत जीवन में फैसले न होंगे !
उग नहीं पायेगी नयी पौध श्रष्टि में
जब तलक हर पेड़ पर घोसले न होंगे !
Monday, 22 August 2011
SHIVAM
हलाहल जब पिया हमने
श्रष्टि ने शिव कहा हमको !
स्वार्थ का सर्वत चखा जबसे
तभी से शव किया हमको !
Friday, 19 August 2011
BHARAT
हिमगिरि की इस धरती पर
शोलो का कोई का काम नहीं,
यहाँ बूंदें जीवन देती है
ओलो का कोई काम नहीं.
( राही )
Thursday, 18 August 2011
ANNAA
अन्ना आज एक सुद्रढ़ चट्टान है .
अपनी व देश की सुंदर पहचान है.
गाँधी नहीं एक विचार है अन्ना
जो "राही" को बनाएगा एक चमकदार
पन्ना
Wednesday, 3 August 2011
Monday, 1 August 2011
MERI BOOK
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